मेरे प्यारे दिल्लीवासियों, मैं, दिल्ली सहित, देश के सभी नागरिकों को, भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, हार्दिक बधाई, और शुभकामनाएँ देता हूँ। साथ ही मैं, सशस्त्र बलों,अर्धसैनिक बलों और पुलिस बल को, विशेष बधाई देते हुए, उनकी सेवाओं तथा बलिदान के लिए, अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ।
2. आज का दिन, हमारे संविधान में निहित, लोकतांत्रिक मूल्यों को, मजबूत करने की हमारी प्रतिबद्धता, तथा अपने राष्ट्र के सम्पूर्ण विकास के लिए स्वयं को, पुनः समर्पित करने का दिन है। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, संविधान सभा के अध्यक्ष, देश रत्न, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, हमारे संविधान के निर्माता भारत रत्न, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर सहित, संविधान सभा के सभी सदस्यों को, अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत भूमि, और हम सभी देशवासी अपने इन पूर्वजों के प्रति, सदैव कृतज्ञ रहेंगे ।
3. लोकतंत्र की सफलता की कुंजी, सुशासन में हैं। सरकार का उद्देश्य और ध्येय, सामान्य जनता, और विशेषकर वंचित वर्गों तक, विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का लाभ पहुँचाना है ।
4. गणतंत्र दिवस, हमें अपने संविधान द्वारा दिए गए मूल्यों को याद कर, उनको पूर्ण रूप से अपने जीवन में, अन्तर्निहित करने का मौका होता है।
5. लोकतंत्र, हमारे संविधान का सबसे महत्वपूर्ण मौलिक सिद्धांत है। हमारा संविधान, हमें यह आज़ादी देता है कि हम, अपने मत से, सरकार को चुनें,और यह तय करें कि, हमारी शासन व्यवस्था की बागडोर, किसके हाथों में होगी।
6. दिल्ली के लिए, यह गणत्रंत्र दिवस, विशेष महत्व वाला है। अब से कुछ दिन बाद ही, हम अपनी नई सरकार का चुनाव करेंगे।
7. हमें याद रखना होगा कि, हम केवल एक सरकार नहीं चुनेंगे, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था चुनेंगे, जो कि, अगले पांच वर्षों तक, हमारे जीवन के प्रत्येक पहलु को, प्रभावित करेगा।
8. हम यह तय करेंगे कि, आनेवाले पांच सालों में, हमारे शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था, परिवहन व्यवस्था, सड़कें, सफाई और पानी, तथा रोज़गार की उपलब्धता, कैसी होगी।
9. हमारा मत, यह निर्धारित करेगा कि, दिल्ली में वायु प्रदुषण, यमुना की सफाई, तथा कमज़ोर वर्गों सहित, दिल्ली के प्रत्येक नागरिक के कल्याण की दिशा में, अगली सरकार क्या कदम उठाएगी।
10. पिछले कुछ वर्षों में, हमने देखा है, कि वैश्विक स्तर पर, चुनावों को, सोशल मीडिया तथा मीडिया के माध्यम से, प्रभावित करने के प्रयास होते रहे हैं।
11. एक नागरिक और मतदाता के तौर पर, यह हमारा सजग और सतत प्रयास होना चाहिए कि हम, सही और गलत की पहचान, बिना किसी बाहरी दबाव, अथवा प्रभाव, के, करें।
12. लोकतंत्र के इस महापर्व को, मनाने की जिम्मेवारी, हम सभी की है। हमारा संविधान, प्रत्येक व्यक्ति को, मतदान का अधिकार देता है, और इसका प्रयोग, लोकतंत्र के प्रति, हमारी सबसे बड़ी जिम्मेवारी है।
13. अकसर देखने को मिलता है कि, मतदान के दिन, लोग या तो घूमने चले जाते हैं, या घरों से बाहर नहीं निकलते। हमें याद रखना चाहिए कि, वोटिंग का दिन, छुट्टी का नहीं, बल्कि, ड्यूटी का होता है।
14. आगामी 5 फरवरी को, अपना वोट दे कर, हम यह तय करेंगे कि, आने वाले 5 वर्ष, हमारे, हमारे बच्चों, हमारे समाज और हमारी दिल्ली के लिए, कैसे होंगे। हमें Publicity द्वारा Created, manufactured consent अथवा manufactured dissent, के मायाजाल से ऊपर उठ, कर सही निर्णय लेना होगा।
15. इस वर्ष गणतंत्र दिवस का विषय, भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत, तथा पिछले कुछ वर्षों में इसकी प्रगति पर, केंद्रित है।
16. भारत का इतिहास, संस्कृति और प्रगति का सार समेटे, हमारी दिल्ली, हमारे गौरवशाली अतीत, और दूरदर्शी भविष्य का प्रतीक है। हम अपने धरोहर के प्रति, जिम्मेवार बन कर, उसकी रक्षा और संरक्षण करें, यह हमारा कर्त्तव्य भी है। दिल्ली के विकास के लिए, हमें मिलकर प्रयास करना होगा।
17. इस दिशा में, मैं दिल्ली के सभी नागरिकों से अपील करता हूँ, कि वे लोकतंत्र की सच्ची भावना के अनुरूप, उत्साहपूर्वक और शांतिपूर्ण तरीके से, अपने मताधिकार का प्रयोग करें। यदि एक भी मतदाता, अपने मत का प्रयोग नहीं करता है, तो वह, देश और दिल्ली की प्रगति में, भी अपनी भागीदारी से, वंचित रह जाता है।
18. अपनी बात समाप्त करने से पहले, मैं एक बार फिर, गणतंत्र दिवस के इस महान अवसर पर, आप सभी को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। आइए, हम सब मिलकर संकल्प लें, कि देश की राजधानी के रूप में, दिल्ली को उन्नति की ओर बढ़ाएंगे और आने वाले समय में, विकास और खुशहाली के, नए शिखर को, छूने का प्रयास करेंगे।
जय हिंद ! जय भारत !