सभी देशवासियों और दिल्लीवासियों को 78वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
साल दर साल, आजादी का सफर तय करते हुए हम अमृतकाल में प्रवेश कर चुके हैं।
साथियों...., हमने आजादी की बड़ी कीमत चुकाई है। लाखों देश भक्तों ने अपने खून से आजाद भारत की कहानी को लिखा है। इनमें से कुछ नाम तो हमारी जुबान पर हैं, लेकिन लाखों नाम ऐसे हैं, जिन्हें हमने कभी सुना ही नहीं ।
आज स्वतंत्रता दिवस केअवसर पर,140 करोड़ से अधिक देशवासी, मां भारती के उन्हीं वीर सपूतों को नमन कर रहे हैं। ये राष्ट्र हमेशा उनका कृतज्ञ रहेगा।
दोस्तों..., आज का भारत-एक नया भारत है। आज हमारे सपने बड़े हैं....और उन्हें पूरा करने का काम भी बेहद चुनौतीपूर्ण है।
हमारा संकल्प 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना और विश्व की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का है।
दोस्तों..., अमृतकाल के इस कालखंड में, सबसे अधिक युवा शक्ति हमारे पास है...,और वो पूरे आत्मविश्वास के साथ, उज्जवल भारत का भविष्य लिख रही है।
आज भारत Defence Sector में Manufacturing के साथ-साथ उनके Exporter के रूप में भी उभर रहा है ।
योग, आयुर्वेद, यूनानी जैसी सदियों पुरानी चिकित्सा पद्धतियों के लिए पूरा विश्व आज भारत की तरफ देख रहा है ।
अपने विशाल क्षेत्रफल और जनसंख्या के बल पर भारत विश्व के सभी बड़े देशों को अपने यहाँ Investment के लिए आकर्षित कर रहा है।
चांद और मंगल मिशन की सफलता के बाद, अब अगले वर्ष, हम अंतरिक्ष में अपने बल बूते पर मानव मिशन भेजने वाले हैं।
यह आजाद और विकसित भारत की राह में मील का पत्थर साबित होगा।
भारत की बदलती छवि को हमने जी-20 के सफल आयोजन और हाल ही में संपन्न हुए World Heritage Conference के दौरान भी देखा है I
मैं इस अवसर पर पेरिस ओलंपिक में पदक हासिल करने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूँ I साथ ही मैं अन्य सभी प्रतिभागियों का भी उल्लेख करना चाहूंगा जिन्होंने Olympic में participate कर भारत का मान बढ़ाया।
- दोस्तों..., हमारी कोशिश, समाज के सबसे निचले तबके तक, सरकार की सभी Welfare Schemes को पहुंचाने की है। हम लगातार युवा शक्ति के हाथों को काम देने का प्रयास कर रहे हैं।
मौजूदा समय में भी हम लगातार प्रदूषण और बाढ़ जैसी कई विकराल परिस्थितियों से जूझ रहे हैं। इनका समाधान केवल सरकार के प्रयासों से संभव नहीं है। इसके लिए सभी देशवासियों को साथ आना होगा।
किसी भी राज्य का विकास, पर्यावरण की कसौटी पर भी खरा उतरना चाहिए।
मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि हमने दिल्ली की विरासत को संजोने का सफल प्रयास किया है। दिल्ली में यमुना के घाट और Flood Plains को असिता, बांसेरा औरवासुदेव घाट से नई पहचान मिली है।
इसके अलावा Mehrauli Archaeological Park, St. James Church, संजय वन शालीमार बाग़, राजों की बावली अनंग ताल बावली जैसे कई ऐतिहासिक स्थलों का Conservation Preservation और Restoration किया गया है।
प्रिय दिल्ली वासियों, दिल्ली के साथ बहती यमुना हम सब की है। यहां की आबो-हवा हम सब पर बराबर प्रभाव डालती है। जहाँ इसे स्वच्छ रखने की ज़िम्मेदारी मुख्यतः सरकार की है, वहीं हमारा भी दायित्व बनता है कि हम इस काम में सरकार का सहयोग करें I
आज़ादी हमें इस बात का हक़ देती है कि हम अपने हितों की पूर्ति के लिए खुद भी सजग हों और अपनी सरकार को भी जिम्मेवार बनायें। समग्र और समुचित विकास के सपने तभी पूरे होंगे।
दोस्तों..., आजादी के अमृतकाल में, माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विकसित भारत के जिस स्वप्न को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, उसमें आपको अपनी सार्थक भूमिका निभानी है।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम सभी एक समृद्ध और शक्तिशाली राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
- अंत में, मैं एक बार फिर आप सभी को 78वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ ।
जयहिंद!