Address of the Hon'ble Lt. Governor during UT Level Workshop organized as a Follow-up to the DGsP/IGsP Conference 2025 at Delhi Polic Headquarters.

मुख्य पृष्ठ/ / Address of The Hon'ble Lt. Governor During UT Level Workshop Organized As a Follow-up To The DGsP/IGsP Conference 2025 At Delhi Polic Headquarters.
  • दिल्ली के मुख्य सचिव श्री राजीव वर्मा जी,

  • दिल्ली पुलिस आयुक्त श्री सतीश गोलचा जी, 

  • मंचासीन तथा अन्य अधिकारीगण 

 

  • आज फिर आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे खुशी हो रही है। दिल्ली पुलिस का मुख्यालय, देश की राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था का वो केंद्र है, जहां से दिल्ली की शांति, व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।

     

  • आज हम यहां पर, हाल ही में, रायपुर में हुई DGsP/IGsP Conference के, बाद की दिशा पर चर्चा के लिए एकत्रित हुए हैं। इस Conference में जिन विषयों पर चर्चा हुई, वह देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं..., और यही हमारी आगे की गतिविधियां निर्धारित करेंगे। क्योंकि दिल्ली, देश का प्रतिनिधित्व करती है, इसलिए, इन मुद्दों का हमारे लिए और भी विशेष महत्व है। 

     

  • Drugs, Cyber Crime, Criminal Gangs, तथा Organized Crime, पिछले कुछ दिनों में, गंभीर चिंता का विषय बन कर उभरे हैं। अन्य राज्यों से अधिक, यह  हमारे लिए चिंता का विषय हैं, क्योंकि हमारे क़ानून व्यवस्था का व्यापक अन्तर्राजिय dimension है।  

 

  • रायपुर के सम्मेलन में व्यापक चर्चा के बाद, अनेक सिफारिशें ज्ञापित की गईं हैं। इन सिफारिशों को सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को लागू करने के लिए प्रेषित किया गया है। मुझे आशा है, कि आज इन सिफारिशों पर गहन चर्चा के बाद, दिल्ली पुलिस, इन्हें जिलों से लेकर थानों, तथा बीट स्तर तक लागू करेगी। 

 

  • दिल्ली की लगभग सारी समस्याओं के Causes और Consequences का Inter-State Dimension है, इस लिए पड़ोसी राज्यों का सहयोग आवश्यक है

 

  • अभी कुछ ही दिनों पहले, दिल्ली ने आतंकी हमले के भयानक दंश को झेला है I इस त्रासदी की जितनी भी निंदा की जाए, कम है I जहाँ एक तरफ यह घटना हमारी vulnerability को दिखाता है, वहीं इस घटना के बाद हुई, त्वरित और seamless investigation और arrests, माननीय गृह मंत्री जी के मार्ग दर्शन में, हमारी सशक्त होती सुरक्षा व्यवस्था को भी underline करती हैI 

 

  • इस त्रासदी के दौरान दिल्ली पुलिस ने जिस proactive तत्परता से काम किया, उससे, जान और माल की क्षति, निःसंदेह कम हुई।  इसके साथ ही, जिस तेजी और accuracy से हम मामले की, fool proof शिनाख्त कर पाए, उसके लिए मैं दिल्ली पुलिस को बधाई देता हूँ I

 

  • दिल्ली में सुरक्षा का बहु आयामी स्वरुप है, और यह, अन्य किसी राज्य की तुलना में, पड़ोसी राज्यों पर निर्भर है I 

 

  • यूपी और हरियाणा से लगती सीमाओं पर दिल्ली के 181 Interstate Entry Points हैं। 

  • आपराधिक तत्व दिल्ली में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए, इन सीमाओं का लाभ उठाते हैं ।  

     

  • जैसा कि आप सभी जानते हैं, कि 15 अगस्त 2020 को, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में, माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने, नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की थी। 

     

  • और 26 नवंबर 2024 को NCORD की 9वीं मीटिंग में, मैंने, दिल्ली को, 2027 तक Drugs Free Capital बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। 

 

  • विगत तीन वर्षों में drugs और narcotics के मसलों पर दिल्ली पुलिस ने काफी काम किया है। अब तक लगभग 47,000 KG drugs को जब्त कर, उनको नष्ट किया गया है। इसकी कीमत लगभग Rs.14.5 हज़ार करोड़ है। यह समस्या बहुत बड़ी है और drug supply तथा smuggling network के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं। इसके अलावा, नकली दवाइयों का जानलेवा कारोवार भी, हम सभी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। मुझे विश्वास है, इन बड़ी समस्याओं का पूर्ण निदान, हम सब, जल्द ही कर पाएंगें।

 

  • अन्य राज्यों से हमारे यहाँ हो रहे अवैध वाहनों के संचालन के लिए हमें सजग रहना होगा।  

     

  • सेकंड हैण्ड कार डीलर्स, सिम कार्ड डीलर्स, कबाड़ विक्रेताओं, केमिकल शॉप्स, साइबर कैफ़े/पीसीओ/एसटीडी आदि की गहन जांच की जानी चाहिए, ताकि sleeper cells की गतिविधियों पर, करीब से नजर रखी जा सके

     

  • सोशल मीडिया पर निगरानी आवश्यक है, क्योंकि कई बार इन प्लेटफार्म पर हो रही गतिविधियाँ, आगे होने वाली दुर्घटनाओं के clue देती हैं। 

     

  • ये आवश्यक है कि सभी गेस्ट हाउस / होटलों में सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सुनिश्चित की जाए तथा घनी आबादी वाले इलाकों और अनधिकृत कालोनियों में किरायेदारों के 100 per cent सत्यापन की योजना बनाई जाए। 

     

  • इसी प्रकार migrant कामगारों का 100 per cent सत्यापन और निरंतर जांच, होनी चाहिए, ताकि अपराध में, यदि उनका कोई involvement हो, तो तुरंत कार्यवाही की जा सके।

     

  • दिल्ली पुलिस द्वारा विभिन्न राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में भेजे गए लंबित security verification reports का, समयबद्ध तरीके से, निष्पादन होना आवश्यक है। 

     

  • E-verification के माध्यम से दस्तावेजों के inter-state verification, की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकती है 

     

  • इन मामलों में देरी का फायदा, अवैध प्रवासि उठाते हैं, क्योंकि उनके जाली स्थानीय पहचान पत्रों का verification नहीं होने का कारण, उनका deportation, बेहद जटिल और मुस्किल हो जाता है। 

     

  • अन्य राज्यों में स्थित गिरोहों द्वारा sharpshooters को employ कर, उनका दिल्ली में इस्तेमाल किया जाता है। यह हमारे लिए, एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। इससे निपटने के लिए हमें पड़ोसी राज्यों से समन्वय की आवश्यकता है।

 

  • आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सक्रिय आपराधियों के गिरोहों, विशेष रूप से विदेशी गिरोहों के खिलाफ, कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। ऐसे अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी के लिए, उनके नाम, तस्वीरें और सभी प्रासंगिक विवरण, थाना स्तर पर पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ, साझा किये जाने चाहिए। ऐसा करने से इन gangs को bust करने में आसानी होगी 

 

  • इसी प्रकार cyber financial crime, हमारे लिए एक नया और बेहद गंभीर challenge बन कर, उभरा है। विगत दिनों में जांच के दौरान, पाया गया, कि इससे जुड़े अपराधी, दूरदराज के location से operate करते हैं। इस सिलसिले में, पिछले कुछ दिनों में मेवात के इलाके का, बार-बार, सन्दर्भ आता है। इससे निपटने के लिए हमें collaboration में, अपने पुलिस कर्मियों को modern infrastructure-युक्त, technical training देने की आवश्यकता है।     

 

  • नए अपराधिक कानूनों के लागू होने के बाद, Forensic Sciences का महत्व, अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। हम इसके लिए NCR के राज्य, एक साझा state-of-art Forensic Lab या Institution, स्थापित करने पर, विचार कर सकते हैं।    

 

  • इन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए एक सयुंक्त कार्ययोजना/रणनीति बनाने की आवश्यकता है । यह प्रक्रिया निरंतर जारी रहनी चाहिए, ताकि उन तक यह संदेश पहुँचाया जा सके कि हम अपराधिक गिरोहों के खिलाफ़, माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा वर्णित, Zero Tolerance Policy अपना रहे हैं। 

 

  • आपके समक्ष आकर मुझे हर बार यही अनुभूति होती है, कि मैं, देश की सबसे Professional Police Force के सामने हूँ। मैं जानता हूं, कि देश की राजधानी होने के नाते, आपको हर वक्त, कई चुनौतियों से निपटना होता है। इसके बावजूद, आप लोग, जिस निष्ठा से अपने काम को अंजाम देते हैं, वो सराहनीय है। 

     

  • मुझे यह जानकर खुशी हुई, कि दिल्ली पुलिस ने, जनवरी 2025..., और फिर अक्टूबर 2025 में, सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच, Crime and Criminal Tracking Network System में, देश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए, आप सभी बधाई के पात्र हैं। यह Digital Policing और Data Management में आपकी काबलियत को भी दर्शाता है। 

     

  • हम सभी के लिए यह बड़ी खुशी की बात है, कि दिल्ली के Crime Rate में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ये बताता है, कि दिल्ली पुलिस, अपराध और अपराधियों के खिलाफ, नकेल कसने में कामयाब हो रही है। इससे लोगों में सुरक्षा की भावना को बल मिलता है। साथ ही, यह दिल्ली को Crime Free Capital बनाने का मार्ग भी, प्रशस्त करता है। 

     

  • मुझे खुशी है, कि दिल्ली पुलिस ने, Cyber अपराधों से निपटने में भी काफी प्रगति की है। तुरंत FIR, technical analysis, trained cyber team और inter-agency coordination के माध्यम से, अब इस तरह के अपराधों में गिरावट आई है। सभी थानों में इसके लिए एक Integrated Desk बनाया गया है, जहां Cyber Crime की शिकायत की जा सकती है। CyHAWK जैसी पहल से भी Cyber अपराधियों का नेटवर्क कमजोर हुआ है। 

     

  • मुझे खुशी है, कि दिल्ली पुलिस लगातार खुद को Technically Upgrade कर रही है। दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई Apps लॉन्च किए हैं, जिनपर पीड़ित व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है और उसका अपडेट ले सकता है। यह Apps, किसी भी तरह की चोरी, छीनाझपटी, छेड़खानी आदि अपराधों को रोकने के मकसद से लॉन्च किए गए हैं। 

     

  • E-NCR में कोई भी, 5,000 रुपये से कम मूल्य की, किसी भी चीज की चोरी के लिए, बिना पुलिस स्टेशन जाए E-FIR दर्ज करा सकता है। इसी तरह से क्राइम कुंडली, एक ऐसी वन-स्टॉप प्रणाली है, जो व्यापक आपराधिक रिकॉर्ड बनाने में मदद करती है।

 

  • समाज की भलाई के लिए, Social Policing एक सकारात्मक कदम है। दिल्ली पुलिस लगातार लड़कियों और महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही है..., और इसे Limca Book of Records में भी दर्ज किया गया है।

     

  • इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षित शहर परियोजना के तहत, Real time Watch के लिए लगभग 10,000 CCTV Camera लगाने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, हर जिले में 24 घंटे दो Mobile Forensic Van तैनात की गई हैं। 

     

  • दिल्ली में बढ़ते Traffic से निपटने के लिए, दिल्ली पुलिस ने Traffic Management में technology और data-driven systems को अपनाया है। इससे सड़क दुर्घटनाओं..., और Red Light Violation में कमी आई है। ऐसा करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई भी हो रही है। इससे Planning में भी मदद मिली है। लेकिन, मुझे लगता है कि वाहन और चालकों के Digital Record का Real Time Updation भी जरूरी है, जिस पर दिल्ली पुलिस को ध्यान देना होगा। 

     

  • मैं यह भी जानता हूं, कि दिल्ली पुलिस के कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव, दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में विचाराधीन हैं। मेरी कोशिश होगी कि सरकार इनपर जल्द फैसला ले। मुझे पूरी उम्मीद है, कि दिल्ली पुलिस- Digital Tracking, तय समय-सीमा, और विभागीय समीक्षा तंत्र द्वारा, फाइलों के निस्तारण को और प्रभावी बनाएगी। 

     

  • जैसा कि मैंने पहले, रायपुर में हुई DGsP/IGsP Conference का जिक्र किया था, तो मैं आपको बताना चाहूंगा, कि यह केवल एक वार्षिक बैठक नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा रणनीतियों, पुलिसिंग की दिशा और नीतिगत प्राथमिकताओं को तय करने वाला एक राष्ट्रीय मंच है। इस सम्मेलन में की गई सिफारिशों का उद्देश्य, पूरे देश में पुलिसिंग को अधिक सक्षम, आधुनिक, संवेदनशील और उत्तरदायी बनाना होता है।

  • दिल्ली पुलिस का दायित्व अन्य राज्यों से कहीं अधिक विशिष्ट और चुनौतीपूर्ण है। यहाँ लागू की गई रणनीतियाँ, नवाचार और सुधार, पूरे देश के लिए मॉडल के रूप में देखे जाते हैं। इसलिए DGsP/IGsP सम्मेलन की सिफारिशों का तेज, व्यापक..., और प्रभावी क्रियान्वयन, दिल्ली की विशेष जिम्मेदारी है। 

  • यह अभियान, केवल नेतृत्व का कार्य नहीं, बल्कि थाने में तैनात जवान से लेकर, शीर्ष स्तर के अधिकारियों तक का इसमें योगदान आवश्यक है।

  • जब law and order, crime branch, cyber cell, traffic, special branch, PCR, और training department— एक साथ मिलकर काम करेंगे, तभी हम सम्मेलन की सिफारिशों को पूर्ण रूप से लागू कर सकेंगे।

  • मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ, कि प्रशासन की ओर से, आपको आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने, उन्नत प्रशिक्षण देने, तथा कल्याणकारी सुविधाओं को सुदृढ़ करने में हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। 

     

  • इसी क्रम में, हमने कल ही एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसकी घोषणा, मैं इस मंच से करना चाहूंगा। अब, कांस्टेबल से लेकर, सब-इंस्पेक्टर तक के रैंक से रिटायर होने वाले दिल्ली पुलिस कर्मियों को, उनके रिटायरमेंट के दिन, उनके पद से, एक पद ऊपर Honorary Rank देकर सम्मानित किया जाएगा। यह दिल्ली पुलिस की एक पुरानी मांग थी, जो मेरी निगाह में सही भी थी, जिसे मैंने तुरंत मंजूरी भी दे दी। इसके लिए कर्मियों को, दो वर्षों तक अपने पद पर बने रहना..., और उनका रिकॉर्ड बेदाग होना भी जरूरी होगा। 

     

  • अंत में मैं, इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के प्रत्येक कर्मी को उनके अथक परिश्रम..., और त्याग के लिए नमन करता हूँ। आपकी प्रतिबद्धता जितनी प्रशंसनीय है, उतना ही सराहनीय, आपके परिवारों का धैर्य, और समर्थन भी है। राष्ट्र आपके योगदान को सदैव सम्मान के साथ स्मरण करता है।

धन्यवाद।

जय हिंद।

          

 

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