• राज निवास में गुजरात और महाराष्ट्र का स्थापना दिवस मनाया गया। उपराज्यपाल ने कहा कि इन दोनों राज्यों का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
• दिल्ली के स्कूल कि छात्राओं ने इस अवसर पर गरबा और लावणी नृत्य प्रस्तुत किया।
• उपराज्यपाल ने कहा कि इन दोनों राज्यों ने देश में विकास का नया मॉडल पेश किया है।
राज निवास में सोमवार को महाराष्ट्र और गुजरात का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। इस अवसर पर उपराज्यपाल श्री वी. के. सक्सेना ने कहा कि देश के विकास में इन दोनों राज्यों का अतुलनीय योगदान रहा है।
इस अवसर पर दिए अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने कहा कि 1960 में गठन के बाद से ही बीते 60 वर्षों ने विश्व ने गुजरात और महाराष्ट्र को विकास की नई ऊंचाइयों को छूते देखा है। यदि मैं यह कहूं कि भारत की ग्रोथ मैं यह दोनों राज्य विकास का इंडियन स्वरूप बनकर सामने आए हैं तो यह गलत नहीं होगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गुजरात के विकास को उन्होंने स्वयं देखा है। महाराष्ट्र जिस तरह से विकास की राह पर अग्रसर है वह हम सभी के सामने है।
देश के लिए ये दो ऐसे राज्य हैं जो बहुत से मायनों में अग्रणी हैं। मैं यहां पर गुजरात और महाराष्ट्र से जितने भी लोग यहां आए हैं उन्हें दिल से इस स्थापना दिवस की बधाई देता हूं और आशा करता हूं कि आने वाले समय इस देश के लिए बहुत उज्जवल होगा और गुजरात और महाराष्ट्र इस देश की समृद्धि में बहुत बड़ा रोल अदा करेंगे।
राजभवन में चले करीब एक घंटे के समारोह दोनों राज्यों के दिल्ली में रहने वाले विभिन्न लोगों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर दिल्ली की स्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति (गरबा और लावणी) दी। उपराज्यपाल ने प्रस्तुति देने वाली सभी छात्राओं की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों ने यहां पर प्रस्तुति दी वह अदभुत थी। मैं इन बच्चों को जिन्होंने यहां पर प्रस्तुति दी, दिल से बधाई देना चाहता हूं।
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